उत्तराखंड कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के उत्तराखंड भवन में अंतिम सांस ली है। खबरों के मुताबिक डॉ. हृदयेश का निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ। इंदिरा की मौत की खबर से जहां उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है, वहीं विधानसभा में उनके सहयोगी नेता भी सदमे में हैं। इंदिरा के निधन की खबर के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत समेत उत्तराखंड के कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये इसे राज्य की राजनीति के लिये गहरा नुकसान बताया है। इंदिरा का उत्तराखंड की राजनीति में लंबे समय तक दबदबा रहा है। फिलहाल दिल्ली से उनके पार्थिव शरीर को उत्तराखंड में उनके शहर हल्द्वानी ले जाने की तैयारी हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इंदिरा दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की बैठक में भाग लेने के लिए शनिवार को राजधानी पहुंची थी। दिल्ली में ही उत्तराखंड भवन के कमरा नंबर 303 में उनकी हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई। इंदिरा का उत्तराखंड की राजनीति, खासकर कुमाऊं मंडल में लंबे समय तक दबदबा रहा है।
उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं, मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) June 13, 2021
मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूँ। pic.twitter.com/rQ2SOijxRn
इंदिरा 80 वर्ष की थीं और बीते करीब 47 सालों से राजनीति में सक्रिय थी। कांग्रेस की पूर्ववर्ती राज्य सरकार में वह कैबिनेट मंत्री भी रही। कांग्रेस के प्रदेश इंचार्ज देवेन्द्र यादव ने बताया कि इंदिरा दिल्ली में पार्टी बैठक में हिस्सा लेने के लिए आई थी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इंदिरा ह्दयेश के निधन की खबर पर श्रद्धांजलि देते हुये कहा- 'उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूं। स्वo इंदिरा हृदयेश जी से मेरा परिचय दशकों पुराना रहा है। उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली। विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं। मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूं।'
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने इंदिरा हृदयेश के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी करते हुये लिखा- 'इंदिरा हृदयेश जी नहीं रही, सहसा इस समाचार पर विश्वास नहीं होता, कल तक हम साथ थे, कांग्रेस को उत्तराखंड में कैसे मजबूत किया जाए उसके लिए विचार विमर्श कर रहे थे, कार्य योजना बना रहे थे और अभी-अभी खबर आई है कि क्रूर काल ने इंदिरा हृदयेश जी को हमसे छीन लिया है। कांग्रेस की मूर्धन्य नेता, एक अनूठा व्यक्तित्व, संसदीय विधा की मर्मज्ञ, संघर्षरत जनता व शिक्षकों की आवाज, हल्द्वानी व उत्तराखंड की जनता की एक लगनशील सेविका और कांग्रेस की शीर्ष नेता इंदिरा हृदयेश जी, उनका जाना हम सबके लिए बहुत दु:खद है, उनके रिक्त स्थान को कोई नहीं भर सकता है। इंदिरा हृदयेश जी आप लोगों को हमेशा बहुत याद आएंगी, आपने जो अविस्मरणीय कार्य अपने मंत्रितत्वकाल में किये हैं, जिस तरीके से उत्तर प्रदेश की विधान परिषद हो या शिक्षा जगत हो उसके लिए शिक्षक नेत्री के रूप में किया है, उसे कौन भुला सकता है। हल्द्वानी के विकास की आप मां हैं, एक विकास की मां चली गई। कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि किन शब्दों में आपको मैं श्रद्धांजलि अर्पित करूं, किन शब्दों में आपके परिवार को, हम सब भी आपके परिवार हैं, हम एक-दूसरे को संवेदना प्रेषित करें। भगवान को शायद यही मंजूर था कि आप हमको मझधार में छोड़कर के चले गई। जिस समय कांग्रेस को आपसे मार्गदर्शन की सबसे अधिक आवश्यकता थी, उस समय आपका जाना बहुत कष्ट दे गया। इंदिरा जी आपका आशीर्वाद, हमेशा उत्तराखंड के कांग्रेसजनों के साथ रहेगा इसका मुझे पूरा विश्वास है। मैं, अपने और अपने परिवार की ओर से, अपने कांग्रेस परिवार व अपने उत्तराखंड के भाई-बहनों की ओर से, आपके लाखों प्रशंसकों जिनमें एक मैं भी हूं, आपको श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। भगवान, आपको अपने श्रीचरणों में स्थान दें।'
पूर्व सीएम और बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंदिरा हृदयेश के निधन पर दुख जाहिर करते हुए कहा, 'इंदिरा बहिन जी ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। बहिन जी का जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।'
इस साल मार्च में श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में शामिल होने के दौरान इंदिरा हृदयेश की तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें ऋषिकेश AIIMS में भर्ती कराया गया था। इससे पहले दिसंबर में वह कोरोना संक्रमित भी हो गई थी। इंदिरा के निधन पर नैनीताल से भाजपा विधायक संजीव आर्य ने ट्वीट कर शाेक जताते हुए उन्हें श्रद्वांजलि दी है।
Leader of opposition #IndiraHridayesh died in Delhi today... Sad.#RIP @TOIIndiaNews @INCIndia @INCUttarakhand @INCIndia @RahulGandhi
— Alka Lamba (@LambaAlka) June 13, 2021
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